vrsamachar
SPECIAL STORY

जब पहाड़ पर बैठा कौआ तो गिर गई चट्टान, टूरिस्ट प्लेस घोषित करने की हुई मांग

जब पहाड़ पर बैठा कौआ तो गिर गई चट्टान, टूरिस्ट प्लेस घोषित करने की हुई मांग
X

आज से इस समय बड़ा मामला सामने आ रहा है जहां पर एक पहाड़ है जिसमें लोग कौवा डाल के नाम से जानते हैं। इस कौआ डॉल की एक अलग ही कहानी बताई जा रही है वैज्ञानिक चट्टानों में कुछ कर रहे थे, तभी चट्टान की खोज से कौवा का झुंड निकलने लगा और सभी पहाड़ की ऊंची चोटी पर जाकर बैठ गए तभी एक अद्भुत घटना देखने को मिली। जानकर भी यह बताते हैं कि, इस पहाड़ की ऊंची चोटी पर कोई बैठे थे। इसके बाद से यह चट्टान हिलने लगी तब से लोग इसे कौवा डाल पहाड़ के नाम से जानते हैं। इतना ही नहीं डोला क्यों और कैसे कंट्रोल हुआ यह बेहद ही गहरा रहस्य है। इस पहाड़ की खासियत यह है कि पहाड़ की चट्टान में कई हिंदू देवी देवताओं और मूर्तियों की आकृतियां उकेरी गई है।

कौआ डाल के नाम से जाना जाता है चट्टान

आपको बता दे कि यहां की जानकारी लोग बताते हैं कि इतिहास और पुरातत्व से जुड़े कनिंघम यहां पर आए थे और 1902 में कुछ पुरातट वेद ब्रिटिश वैज्ञानिक भी यहां पर पहुंचे थे जिनमें ब्लॉक और बेंगलुरु का नाम भी आता है लोग यह कहते हैं कि वैज्ञानिकों के आगमन के दौरान एक बार ऐसा हुआ कि सभी लोग हक्के-बक्के रह गए दरअसल ऐसा तब हुआ जब इस चट्टान को लेकर खुलकर बातचीत हुई और यहां से कौरवों का झुंड निकलने लगा। पहाड़ की ऊंची चोटी पर एक चट्टान पर जाकर यह सभी बैठ गए थे, जिसके बाद चट्टान हिलने लगा लेकिन वह गिर नहीं तब से कौवा डाल के नाम से यह जाना जाता है।

किताब में किया गया चट्टान का जिक्र

अधिक जानकारी के लिए बता दे की मनोरम दृश्य का जिक्र करते हुए इतिहास बन चुका है। इस कौवा डाल के बारे में इंसर्ट नाम की किताब डीआर पाटील द्वारा भी लिखी गई है, जोकि ब्रिटिश लाइब्रेरी पटना में सुरक्षित है इसके पेज नंबर 198 से 199 पर कौआ डाल पहाड़ का जिक्र किया गया है। आपको बता दे कि इस पहाड़ की चट्टानों में देवी देवताओं की मूर्तियां बनाई गई है पत्थरों पर शिवलिंग भी बनाए गए हैं। इसके अलावा स्थानीय लोगों का कहना है कि इस जगह को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा ताकि लोग इस कौवा डाल पहाड़ के बारे में अधिक जानकारी ले सकें। स्थानीय पंचायत के मुखिया पति रंजय कुमार का पप्पू यह बताते हैं कि अगर सरकार के द्वारा इस पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाता है तो यहां आने वाले दिनों में विकास देखने को मिलेगा।

poojamishra

poojamishra

Hello friends, my name is Pooja Kumari and I am from Maharashtra. I started blogging in 2018. My website website was related to news. I am very fond of gathering information since childhood and this is also my passion. Now with the help of MoneyRed, I am preparing every news related to the business world for you in simple ways. Thank you


Next Story
Share it