अलमारियों-दीवारों ने उगली 250 करोड़ दौलत, बेडरुम में छुपा था तहखाने का रास्ता, तोड़ने के लिए मंगाना पड़ा हथौड़ा!
उत्तर प्रदेश के जिस व्यवसायी पीयूष जैन (Piyush Jain) के कारखाने और घर से 200 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति बरामद हुई है, वह हमेशा अपने पुराने स्कूटर से ही घूमते थे. उनके घर के सामने दो पुरानी कारें भी खड़ी हैं. स्थानीय निवासियों ने बताया कि करोड़ों की नकदी मिलने से इलाके में तमाम तरह की चर्चाएं हैं, लेकिन पीयूष जैन एक साधारण स्कूटर चलाते हैं और बेहद सादा जीवन जीते हैं. केंद्रीय एजेंसियों को पिछले हफ्ते पता चला था कि कानपुर स्थित इत्र निर्माता पीयूष जैन ने 200 करोड़ रुपये से अधिक की जमाखोरी की थी. अब पीयूष जैन को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
बेहद कम समय में हवाला रैकेट के जरिये धनकुबेर बने इत्र कारोबारी पीयूष जैन और उसके परिजनों के नाम देश के चार राज्यों में संपत्तियां हैं। कानपुर, कन्नौज समेत कानपुर देहात, आगरा, प्रयागराज, नोएडा के अलावा दिल्ली, मुंबई और गुजरात में करीब 400 करोड़ की संपत्तियां हैं। काली कमाई खपाने के लिए उसने दुबई में भी संपत्तियां खरीदी हैं। इधर, करोड़ों की नकदी मिलने के बाद डीजीजीआई की टीम ने नए बिंदुओं पर जांच आगे बढ़ाई है। नोट बंदी के दौरान उसने कितने नोट बदलवाए, इसे भी जांच में शामिल किया गया है।
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करोड़ों की नकदी जमा करने के आरोपी पीयूष जैन के परिसरों पर छापेमारी की तस्वीरें पिछले हफ्ते वायरल हुई थीं. तस्वीरों में अधिकारियों को नोट गिनने की मशीन का इस्तेमाल करते हुए देखा जा सकता है. उनके पास नोटों के ढेर लगे हुए थे. ऐसा कहा जा रहा है कि यह धन फर्जी दस्तावेजों के जरिए जोड़ा गया था. इसके लिए ट्रांसपोर्टर द्वारा नकली चालान और बिना ई-वे बिल के माल भेजा गया. स्थानीय लोगों ने बताया कि पीयूष जैन ने अपने पिता से इत्र बनाने की कला सीखी थी, उनके पिता एक केमिस्ट थे. पीयूष जैन ने कानपुर में अपना परफ्यूम का व्यापार शुरू किया और पिछले 15 सालों में उन्होंने इसे देश के कई हिस्सों तक पहुंचाया था. इन दिनों उनका व्यवसाय मुंबई और गुजरात के कई शहरों में चल रहा था.