सब्जी व्यापारी रातोरात बना अरबपति: सब्जी विक्रेता बैंक खाते में मिले 1.72 करोड़ रुपये, आयकर विभाग की कड़ी नजर

गाजियाबाद के लोनी इलाके में एक सब्जी विक्रेता की साधारण सी दिखने वाली जिंदगी अचानक ही सुर्खियों में आ गई है। जब आयकर विभाग को पता चला कि इस छोटे से सब्जी विक्रेता के बैंक खाते में 1.72 करोड़ रुपये की अकूत राशि जमा है, तो विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे नोटिस जारी किया। स्थानीय लोगों के अनुसार, यह व्यक्ति वर्षों से एक छोटी सी दुकान चलाते हुए मामूली जीवन यापन कर रहा था, जिसके बैंक खाते में इतनी बड़ी रकम का मिलना सभी के लिए हैरानी का विषय बन गया है।
सब्जी वाले के बैंक खाते में आए 172 करोड़
आयकर अधिकारियों ने बताया कि यह मामला बैंक की ओर से भेजी गई संदिग्ध लेन-देन रिपोर्ट के माध्यम से सामने आया। विभाग ने न केवल इस राशि के स्रोत के बारे में स्पष्टीकरण मांगा है, बल्कि पिछले कई वर्षों के वित्तीय लेन-देन की भी जांच शुरू कर दी है। वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामले अक्सर बेनामी लेन-देन, कर चोरी या अन्य वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े होते हैं। हालांकि अभी तक किसी प्रकार के आरोप नहीं लगाए गए हैं, लेकिन विभाग की जांच टीम इस मामले की हर संभव जांच कर रही है। स्थानीय पुलिस भी इस मामले में सहयोग कर रही है और संबंधित व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है।
सब्जी व्यापारी रातोरात बना अरबपति
विशेषज्ञों के अनुसार, इस प्रकार के मामले अक्सर मनी लॉन्ड्रिंग या कर चोरी से जुड़े होते हैं। आयकर विभाग ने न केवल संबंधित बैंक खाते को फ्रीज कर दिया है, बल्कि उसके अन्य वित्तीय लेनदेन की भी छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस प्रशासन भी इस मामले में सहयोग कर रहा है और संबंधित व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग लेनदेन पर नजर रखने की आवश्यकता को रेखांकित किया है।