6600 करोड़ का हेरफेर: देश का सबसे बड़ा घोटाला, कंपनी ने किया 6600 करोड़ रुपए की गड़बड़ी

By :  Vishal rao
Update: 2024-04-15 07:04 GMT

आपको बता दे की बिटकॉइन पोंजी स्कीम के खिलाफ परिवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है छापेमारी के दौरान ही महिला को गिरफ्तार भी किया गया है। इतना ही नहीं परिवर्तन निदेशालय की छापेमारी में तीन लग्जरी गाड़ियां कुछ ज्वेलरी भी जप्त की गई है। इसके अलावा मनी लॉन्ड्रिंग का मामला कंपनी और उसके प्रमोटर सिंपली भारद्वाज अमित भारद्वाज अजय भारद्वाज विवेक भारद्वाज महेंद्र भारद्वाज और कई एमएम एजेंट के खिलाफ पुलिस द्वारा मामला भी दर्ज कर लिया गया है। एक बयान भी जारी किया गया है जिसमें यह कहा गया है कि सिंपली भारद्वाज उर्फ सिंपली गोद को 17 दिसंबर को ही हिरासत में ले लिया गया था।

वहीं अगले ही दिन मुंबई में धन शोधन निवारण अधिनियम के सामने इन्हें पेश भी किया गया। इसके अलावा आपको यह भी बता दे की 26 दिसंबर तक परिवर्तन निदेशालय की हिरासत में भी रखा गया था यह पूरा मामला जांच वेरिएबल पीटीआई लिमिटेड और अन्य कंपनी के खिलाफ है और इसे गेम बिटकॉइन पोंजी स्कीम के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा आप यह भी है कि निवेश के नाम पर जनता से बिटकॉइन के रूप में 66 करोड रुपए इकट्ठा किए गए। ईडी ने कहा कि सिम्पी भारद्वाज ने अपने पति अजय भारद्वाज और अन्य एजेंटों के साथ मिलकर निवेश पर भारी रिटर्न का वादा करके धोखाधड़ी की। ईडी का आरोप है कि धोखाधड़ी में लूटा गया पैसा कई विदेशी कंपनियों को ट्रांसफर किया गया. जिसके जरिए उन्होंने विदेश में संपत्ति खरीदी थी. सिम्पी भारद्वाज कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल थीं।

पोंजी स्कीम का बड़ा मामला

आपको बता दे कि इस मामले में जनता से बड़ी गड़बड़ी सामने आई है जो निवेश के मामले से जुड़ी हुई है। ईडी ने कहा कि सिम्पी भारद्वाज ने अपने पति अजय भारद्वाज और अन्य एजेंटों के साथ मिलकर निवेश पर भारी रिटर्न का वादा करके धोखाधड़ी की। ईडी का आरोप है कि धोखाधड़ी में लूटा गया पैसा कई विदेशी कंपनियों को ट्रांसफर किया गया। जिसके जरिए उन्होंने विदेश में संपत्ति खरीदी थी।सिम्पी भारद्वाज कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल थीं।

ईडी ने जब कि यह चीजे

आपको बता दे की पूंजी स्कीम के मामले में परिवर्तन निदेशालय ने बहुत सारी चीज जब्त की है जिसमें परिवर्तन निदेशालय को छपी मैरी के दौरान एक मर्सिडीज़ और एक ऑडी सहित तीन लग्जरी गाड़ियां मिली है। इसके अलावा ज्वेलरी भी जप्त की गई है इस पूरे मामले में अभी तक 69 करोड रुपए की कुल संपत्ति कुर्ग की गई है। वहीं परिवर्तन निदेशालय के मुताबिक अब तक मुख्य आरोपी अजय भारद्वाज और महेंद्र भारद्वाज कानून की गिरफ्त से बाहर है। इस पूरे मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय और अन्य टीम में भी जानकारी हासिल करने में लगी हुई है और जांच का दायरा भी बढ़ा दिया गया है।

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