Chhattisgarh Liquor Scam: 3200 करोड़ के शराब घोटाले में अधिकारियों पर कानूनी शिकंजा

छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले (Liquor Scam) में कार्रवाई लगातार तेज हो रही है। आबकारी विभाग (Excise Department) से जुड़े 28 अधिकारियों को विशेष अदालत (EOW Court) में पेश होने के लिए बुलाया गया था, लेकिन कोई भी अधिकारी हाजिर नहीं हुआ। इसके बाद अदालत ने सभी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है।
हाईकोर्ट ने खारिज की थी अग्रिम जमानत
हाल ही में हाईकोर्ट ने इन अधिकारियों की अग्रिम जमानत याचिकाएं खारिज कर दी थीं। इसके बावजूद पेशी के दिन अनुपस्थित रहने से अब इनकी गिरफ्तारी तय मानी जा रही है।
आरोपी अधिकारियों की सूची
इस घोटाले में शामिल बताए गए अधिकारियों में कई वरिष्ठ नाम सामने आए हैं:
-
जनार्दन कौरव
-
अनिमेष नेताम
-
विजय सेन शर्मा
-
अरविंद कुमार पाटले
-
प्रमोद कुमार नेताम
-
इकबाल खान
-
नितिन खंडुजा
-
नवीन प्रताप सिंह तोमर
-
मोहित कुमार जायसवाल
-
नीतू नोतानी ठाकुर
-
गरीबपाल सिंह दर्दी
-
नोहर सिंह ठाकुर
इनके अलावा कई सेवानिवृत्त अधिकारी भी आरोपी हैं, जिन पर अवैध शराब की समानांतर बिक्री को बढ़ावा देने के आरोप लगे हैं।
क्या है बी-पार्ट शराब घोटाला?
इस घोटाले का सबसे बड़ा हिस्सा “बी-पार्ट” कहलाता है, जिसे बेहद संगठित तरीके से चलाया गया।
-
साल 2019 से 2023 के बीच 15 जिलों की सरकारी दुकानों तक डिस्टलरी से सीधे अवैध शराब भेजी जाती थी।
-
यह शराब वैध शराब के साथ समानांतर बेची जाती थी।
-
इस नेटवर्क में डिस्टलरी मालिक, ट्रांसपोर्टर, सेल्समैन, सुपरवाइजर, आबकारी अधिकारी और मैन पावर एजेंसी शामिल थे।
घोटाले का पैमाना
-
जांच में सामने आया कि अब तक 60,50,950 पेटी अवैध शराब बेची जा चुकी है।
-
शुरुआती अनुमान 2161 करोड़ रुपये का था, लेकिन ताजा रिपोर्ट में यह आंकड़ा 3200 करोड़ रुपये से अधिक पहुंच गया है।
कई बड़े चेहरे पहले से जेल में
इस मामले में कई बड़े नाम पहले से जेल में बंद हैं, जिनमें शामिल हैं:
-
पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा
-
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल
-
सेवानिवृत्त IAS अनिल टूटेजा
-
होटल कारोबारी अनवर ढेबर
इनके साथ करीब 15 लोग रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं। अब वारंट जारी होने के बाद बाकी अधिकारियों पर भी बड़ी कार्रवाई की संभावना बढ़ गई है।
यह घोटाला न सिर्फ छत्तीसगढ़ की राजनीति और प्रशासन को हिला रहा है, बल्कि राजस्व की भारी हानि और भ्रष्टाचार की गहराई को भी उजागर कर रहा है।