Ratan Tata Net Worth, Property, Will – कौन है रतन टाटा की ₹3,800 करोड़ की वसीयत का असली वारिस

भारतीय उद्योगपति रतन टाटा, जिनका 9 अक्टूबर 2024 को दिव्यांतर हुआ, उनकी संपत्ति और करिश्माई विरासत के भविष्य को लेकर गंभीर कानूनी और सामाजिक चर्चाएँ चल रही हैं। उनकी करीब ₹10,000 करोड़ मूल्य की संपत्ति का अधिकांश हिस्सा सामाजिक और शैक्षिक कार्यों के लिए बनाए गए Ratan Tata Endowment Trust और Foundation को शासनादेशानुसार सौंपा गया है। इन संगठनों को Tata Sons में उनकी बड़ी हिस्सेदारी के माध्यम से समूह पर प्रभाव बनाए रखने का अधिकार मिलता है।
रतन टाटा की सौतेली बहनें—शिरिन और दीआना जेjejeebhoy—के अलावा उनके करीबी सहयोगी Mohini M. Dutta को बाँकी संपत्ति के लगभग एक‑तिहाई हिस्से का अधिकार दिया गया है। जिमी टाटा, रतन टाटा के वास्तविक भाई, को मुंबई स्थित पारिवारिक जूही बंगले का हिस्सा भेंट हुआ है, वहीं रतन के मित्र Mehli Mistry को अलीबाग संपत्ति और कुछ व्यक्तिगत वस्तुओं जैसे पिस्टल का अधिकार सौंपा गया है।
अदालत ने स्पष्ट किया है कि समूह के पूंजी-हिस्से, रतन टाटा की सूचीबद्ध व अन-सूचीबद्ध कंपनियों में हिस्सेदारी, केवल उनकी फाउंडेशन्स को ही जाएगी—इससे आधे-बहनों और दत्तक पुत्र जैसे किसी दावे को निराधार माना गया है।
उत्तराधिकारी की बात करें तो, रतन टाटा की गैर-अनुभवी परन्तु पारिवारिक कुशलतावान सौतेले भाई Noel Tata को फाउंडेशन्स का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। Tata Trusts के पास Tata Sons में लगभग 66% हिस्सेदारी है, जिससे Noel Tata के पास समूह पर अप्रत्यक्ष नियंत्रण और निर्णय लेने की शक्ति है—जिसमें निदेशक नियुक्ति और बोर्ड नीतियों में वेटो अधिकार शामिल हैं ।
Tata Group की आगामी पीढ़ी—Noel Tata की संतानें Leah, Maya और Neville Tata—भी धीरे-धीरे फाउंडेशन बोर्ड्स में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा रही हैं और उन्हें संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है ।
इस प्रकार, रतन टाटा की श्रीमतियाँ—उनकी खासी संपत्ति, व्यवसाय हित और परोपकारी दृष्टि—उनकी संस्थागत विरासत Ratan Tata Trusts तथा उनके पारिवारिक एवं करीबी सहयोगियों में विभाजित हो रही हैं। Noel Tata को समूह की दिशा में प्रमुख भूमिका मिल चुकी है, जबकि उनके बच्चों को भविष्य की नेतृत्व जिम्मेदारियों के लिए संलग्न किया जा रहा है।