Road Accident Cashless Treatment Scheme-2025: सड़क दुर्घटना पीड़ितों को मिलेगा 1.5 लाख तक कैशलेस इलाज, राज्य में शुरू हुई नई स्वास्थ्य योजना

Road Accident Cashless Treatment Scheme-2025: Road Accident Cashless Treatment Scheme-2025: छत्तीसगढ़ में अब सड़क हादसों के शिकार लोगों को इलाज के लिए पैसों की चिंता नहीं करनी होगी । “सड़क दुर्घटना नकदी रहित उपचार योजना- 2025” को राज्य में औपचारिक रूप से लागू कर दिया गया है । इस योजना के तहत सड़क दुर्घटना में घायल हुए व्यक्तियों को 7 दिनों तक डेढ़ लाख रुपये तक का मुफ्त कैशलेस इलाज मिलेगा। शुक्रवार से लागू इस योजना की घोषणा स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की ।
हादसों में तत्काल इलाज के लिए प्रभावी कदम
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से भले ही प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक का इलाज होता है , लेकिन सड़क दुर्घटनाओं के विशेष मामलों में अब तक कोई अलग व्यवस्था नहीं थी । अक्सर हादसों में पीड़ितों को समय पर इलाज नहीं मिल पाने के कारण जान चली जाती थी । लेकिन अब यह नई योजना इस कमी को पूरा करेगी ।
हर व्यक्ति को डेढ़ लाख तक का इलाज मुफ्त
छत्तीसगढ़ सरकार ने सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए “सड़क दुर्घटना नकदी रहित उपचार योजना-2025” की शुरुआत की है। इस योजना के तहत दुर्घटना में घायल प्रत्येक व्यक्ति को 1.5 लाख रुपये तक का निशुल्क कैशलेस इलाज मिलेगा। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि योजना का उद्देश्य दुर्घटना के बाद शीघ्र और बेहतर उपचार सुनिश्चित करना है, ताकि जान बचाई जा सके।
यदि किसी हादसे में एक से अधिक लोग घायल होते हैं, तो दो घायलों को कुल 3 लाख और चार घायलों को 6 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। यह इलाज आयुष्मान भारत सूचीबद्ध अस्पतालों में किया जाएगा और इसकी अवधि अधिकतम 7 दिन निर्धारित की गई है। यह सुविधा पूर्णतः कैशलेस होगी, जिससे मरीजों या उनके परिजनों को इलाज के समय किसी भी तरह की आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
विशेषज्ञ डॉक्टरों तक तुरंत पहुंच की सुविधा
मंत्री ने बताया कि यदि किसी आयुष्मान सूचीबद्ध अस्पताल में किसी विशेष विशेषज्ञ , जैसे हड्डी रोग विशेषज्ञ , की उपलब्धता नहीं है तो अस्पताल को यह जानकारी पोर्टल पर दर्ज करनी होगी। इसके बाद मरीज को उसी समय उस अस्पताल में रेफर किया जाएगा जहां विशेषज्ञ मौजूद हों । इस तरह पीड़ित को तत्काल बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई जा सकेगी।
ट्रॉमा और पाली- ट्रॉमा अस्पताल भी योजना में शामिल
इस योजना के दायरे में राज्य के सभी ट्रॉमा और पाली-ट्रॉमा अस्पतालों को भी शामिल किया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य के सभी मेडिकल अधिकारियों को इस योजना के संबंध में आवश्यक दिशा- निर्देश दे दिए गए हैं , ताकि दुर्घटनाओं के मामलों में बिना देरी के इलाज शुरू किया जा सके ।
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का जताया आभार
प्रेस वार्ता में मंत्री जायसवाल ने कहा, “मैं इस अत्यंत उपयोगी योजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , गृह मंत्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को धन्यवाद देता हूं । यह योजना छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में जहां दुर्घटनाओं की घटनाएं आम हैं , वहां के लोगों के लिए वरदान साबित होगी।”