अजब गजब: यूपी के किस ने खरीदी ऑनलाइन भैंस, पड़ गया भारी गंवाने पड़े इतने रुपए

Update: 2024-03-08 14:22 GMT

आज के समय में दुनिया काफी हाईटेक हो गई है मिनट में चीज एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाई जा सकती हैं लोग भी किसी भी चीज को खरीदने के लिए या फिर बेचने के लिए घर बैठे ऑनलाइन तरीके का सहारा लेते हैं। आज के समय में हर कोई ऑनलाइन शॉपिंग करता है लेकिन यह जितना आसान है उससे कहीं ज्यादा खतरनाक भी साबित हो जाता है। आज के समय में ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर स्कैम भी किया जाता है इतना ही नहीं आपको बता दे की धीरे-धीरे बैंक अकाउंट तक खाली हो जाते हैं। अगर आप भी गलती से एक गलत कदम उठा लेते हैं है तो आपके जीवन भर की कमाई एक झटके में चोरी हो जाती है। आपको हम उत्तर प्रदेश का एक ताजा मामला बता रहे हैं राजधानी लखनऊ से सटे हुए रायबरेली में टांडा गांव के रहने वाले शख्स के साथ कुछ अजीब हुआ।

व्यक्ति ने बताया भैंस का रेट

आपको बता दे की शख्स दूध बेचने का काम करता है और उनका नाम सुनील है। दरअसल सुनील ने अपने तबेले में भैंस की संख्या को बढ़ाने के बारे में सोचा इसके बाद उन्होंने मोबाइल पर किसान भाइयों डेरी फार्म नाम के यूट्यूब चैनल पर एक भैंस अच्छी इसके बाद भैंस को खरीदने के लिए नंबर दिया गया था। सुनील ने दिए गए नंबर पर संपर्क किया तो जयपुर के रहने वाले शुभम नाम के व्यक्ति ने अपने आप को पशु व्यापारी बताते हुए भैंस का रेट बताया। को बता दे कि सुनील के मुताबिक शुभम ने यह बताया था कि उनके पास अच्छी नस्ल की भैंस है जोकी 1 दिन में 18 लीटर दूध देती है जिसकी कीमत 55000 रुपए है। इतना ही नहीं इसके बाद सुनील को व्हाट्सएप पर भैंस की तस्वीर भी भेजी गई सुनील ने भैंस को देखते ही इसे खरीदने की इच्छा बनाई इसके बाद साइबर ठगने ₹10000 एडवांस मांग लिए और बाकी की रकम भैंस की डिलीवरी होने के बाद मांगी।

सुनील ने शिकायत कराई दर्ज

बता दे कि इसके बाद सुनील ने साइबर ठग शुभम के खाते में ₹10000 ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए दूसरे दिन जब भैंस घर नहीं आई तो शुभम को फोन किया इसके बाद साइबर ठग शुभम ने यह कहा कि 25000 रुपए और भेजो भैंस मिल जाएगी। इसके बाद सुनील कुमार को ठगी का एहसास हुआ वह किसान थे उन्होंने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर शिकायत भी दर्ज करवाई। आपको बता दे की रायबरेली जिले के साइबर सेल प्रभारी आशीष कुमार ने यह भी बताया कि ऑनलाइन भैंस खरीदने से संबंधित साइबर ठगी का मामला संज्ञान में ले लिया गया है और आगे जांच की जा रही है। इसके अलावा उनका कहना है कि ऐसे मामलों में लोगों को तुरंत साइबर हेल्प नंबर 1930 पर कॉल करना चाहिए और शिकायत दर्ज करानी चाहिए।

Tags:    

Similar News